Ruchi negi…..सरकार की गाइड लाइन का अनुपालन न करने वाले कोचिंग सेंटरों पर उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने शिकंजा कसना शरू कर दिया है। बाल आयोग की अध्यक्ष डा. गीता खन्ना ने जिलाधिकारी सविन बंसल को पत्र लिखा है। आयोग की ओर से पूर्व में कोचिंग सेंटरों का निरीक्षण किया गया था। जिसमें तमाम खामिया निकलकर सामने आई थी।
दरअसल, बाल आयोग की अध्यक्ष डा. गीता खन्ना का सेवा विस्तार किया गया है। उन्होंने शहर में संचालित हो रहे कोचिंग सेंटरों पर दोबार से शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। आयोग ने अपने स्तर से कोचिंग सेंटरों पर कार्रवाई के लिए मानक तैयार किए हैं। जिसकी एक प्रति प्रशासन को भी भेजी गई है। अध्यक्ष का कहना है केंद्र की ओर से जो गाइड लाइन कोचिंग सेंटरों के लिए जारी की गई है। उसका कोचिंग संचालक अनुपालन नहीं कर रहे हैं। सेंटरों में सुरक्षा के पुख्ते इंतजाम नहीं है। कोई भी हादसा होने पर बड़ा खामियाजा भुगतान पड़ सकता है। शिक्षा विभाग को अनुमति देने से पहले कोचिंग सेंटरों का भलीभांति निरीक्षण करना चाहिए। इसके साथ ही समय-समय पड़ताल भी की जानी चाहिए। जो नहीं किए जा रहे हैं। बच्चों का मानिसक उत्पीड़न करने का काम किया जा रहा है।
यह मानक किए तैयार
– आनलाइन पढ़ाई के लिए निर्धारित समय जरूरी
– अभ्यर्थियों का मानसिक रूप से स्वस्थ रखना जरूरी
– कोचिंग सेंटर का रजिस्ट्रेशन होना जरूरी
– कोचिंग सेंटर की कक्षा में वेंटिलेशन की सुविधा जरूरी
– पठ्न-पाठ्न के निर्धारित समय तय करना जरूरी
– कोचिंग सेंटर में किताबों का संकलन जरूरी
– अभ्यर्थी के कोचिंग छोड़ने पर बाकी फीस वापिस का प्रावि