Ruchi negi…… उत्तराखंड की संस्कृति पर आधारित रंगीलो गढ़देश गीत श्रोताओं के लिए लांच किया गया। गीत में उत्तराखंड की पृष्ठभूमि का विस्तार से वर्णन किया गया। उत्तराखंडी कलाकारों ने एकमंच साझा कर गीत में स्वर देने का काम किया। श्रोताओं ने यूट्यूब पर गीत को खोजना शुरू कर दिया है। शिक्षक जंगबहादुर नेगी (सेनि.) ने गीत को लिखा है। जबकि उनके शिष्य कुलदीप रावत ने गीत का फिल्मांकन किया है।
शनिवार को प्रेस क्लब में क्वालिटी फिल्म्स के बैनरतले रंगीलो गढ़देश गीत को यूट्यूब पर लांच किया गया। लोक कलाकार नरेन्द्र सिंह नेगी, किशन महिपाल, मीना राणा, सौरभ मैठाणी, संजय कुमोला, अंजलि खरे, अमित खरे, अमन उनियाल ने गीत में स्वर दिया। शिक्षक जंगबहादुर नेगी (सेनि.) के शिष्य कुलदीप रावत ने गीत का फिल्मांकन रिखणीखाल ब्लाक की वादियों में किया। श्रोताओं के लिए गीत पीकेआर फिल्म्स यूट्यूब चैनल पर लांच किया गया। गीत के पीछे एक मार्मिक कहानी है। जिसमें एक लड़की को स्वजन अच्छी शिक्षा देते हैं। लेकिन उसे गढ़वाली भाषा एवं अपनी संस्कृति, परंपरा, रीतिरिवाज की जानकारी नहीं होती है। लड़की अपने भाई से इस बात को लेकर नाराज हो जाती है। फिर लड़की का भाई कहता कि इगास तभी मानाएंगे। जब आपको उत्तराखंड की रीतिरिवाज से रूबरू कराएंगे। इस मौके पर नीरज पंत, रघुबीर बिष्ट, प्रदीप रावत आदि मौजूद रहे।
गढ़देश गीत के लिए एक मंच पर जुटे लोक गायक
